पंछियों का चहकना
फूलों का महकना
सूरज का कसमसाना
बादलों का गुर्राना
घास का लहकना
डाली का चटकना
धुप की गोलियों का
पत्तियों पे फिसलना
ओस की बूंदों का
मोती सा चमकना
और उस लम्बी सी
पगडंडी पे इक
गूंजती सी आवाज़!
सुनो! दिन कितना
खुबसूरत है न आज!!
Anupama
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