जब प्यार पुकारे, चल दो उसके पीछे
चाहे राहें दुर्गम हों, टेढ़ी मेढ़ी सी
जब वो पंखों में समेटे, सौंप दो उसे खुद को
चाहे उसके नुकीले डैने, भेद दें तुम्हें
जब वो बात करे, विश्वास करो उस पे
चाहे उसकी आवाज़, ख्वाब तोड़ दे
ठीक वैसे ही जैसे उत्तर दिशा से
बहती हवा, बगिया उजाड़ देती है !!
क्योंकि प्रेम जब ताज पहनाता है,
कीलें भी ठोक देता है दिल में
केवल विकसित नहीं करता
तुम्हारे अस्तित्व को,
काट छांट भी करता है प्यार
केवल तुम्हारी ऊंची, गर्मी से
चिलमिलाती शाखों को सहलाता ही नहीं
बल्कि तुम्हारी गहराईयों तक उतर
ज़मीं में धंसी जड़ों को हिला देता है !!
Khalil Gibran
Translated by Anupama
2. प्रेम एक जादुई किरण है
उत्सर्जित होती ज्वलंत
अंतस से आत्मा के
और प्रदीप्त करती है
आसपास की पृथ्वी ।
यह बनाती है हमें सक्षम
जीवन को समझने में
एक सुंदर स्वप्न के रूप में
एक प्रबोधन से दूसरे तक
पहुंचने के मध्य!
Khalil Gibran
Translated by Anupama
3. जब आप बहुत खुश हों….अपने दिल में झांकिए….अक्सर सुख का कारण उसी को पाएंगें जिसकी वजह से आप बेहद परेशान रहे हों….जब दुख घेर ले….फिर से टटोलना दिल को ….आंखों में आंसू भी वही लाएगा…..जिसने आपको बेइंतहा खुशी दी हो….
Khalil Gibran
Translated by Anupama
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