Hindi Poetry

जवाब

कितना कुछ है कहने को
पर शब्द नहीं
कितना कुछ है करने को
पर मन नहीं
कितना कुछ अनकहा अबूझा
सुख दुख से परे
जीवन के फेर में
सब सब अटका उलझा
कुछ जवाब सवालों से
ज़्यादा हैरां जो करते हैं… अनुपमा सरकार

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