कितना कुछ है कहने को
पर शब्द नहीं
कितना कुछ है करने को
पर मन नहीं
कितना कुछ अनकहा अबूझा
सुख दुख से परे
जीवन के फेर में
सब सब अटका उलझा
कुछ जवाब सवालों से
ज़्यादा हैरां जो करते हैं… अनुपमा सरकार
कितना कुछ है कहने को
पर शब्द नहीं
कितना कुछ है करने को
पर मन नहीं
कितना कुछ अनकहा अबूझा
सुख दुख से परे
जीवन के फेर में
सब सब अटका उलझा
कुछ जवाब सवालों से
ज़्यादा हैरां जो करते हैं… अनुपमा सरकार
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