आजकल हमारे Emotions की भाषा कुछ बदल गई।
अब तो English वाले Thoughts भी हिंदी में आने लगे।
यूं तो हिंदी हमारी मातृभाषा है पर English से भी पुराना नाता है।
तो सोचा एक से भले दो, क्यों न दोनों का ही Use करें
कभी हिंदी में कविता कभी English में Prose करें!
तो आज World Poetry Day के शुभ अवसर पर हमने एक निर्णय लिया है
अपनी Creativity को दो हिस्सों में बांट दिया है
Hindi Poetry में हिंदी का विधान और Poems में English का प्रावधान होगा
उम्मीद है कामयाब ये नया अभियान होगा।।
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