Hindi Poetry

हसरतें

मेरी हसरतों का कारवां
तेरे साथ-साथ चला…
मील के पत्थरों से
उड़ी खुशबू
गुनगुनाती कलियों का
काफिला मिला
मचलती हवाएं
तेरे गेसुओं से उलझीं
रंगीन तितलियों को
आसमां मिला
बुलबुलों से नाज़ुक
एहसास हमारे
ख़्वाबों ख्यालों को नया
सिलसिला मिला
रुकना न झुकना न
न थकना न हटना
कि मुश्किल राहों को अब
मंज़िलों का ठिकाना मिला
Anupama

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