Poem by Chandrashekara
एक समय की बात है मेरे मित्रों ये आकाश कोई सीमा नहीं जानता था और ये पृथ्वी कोई परिधि। तुम जो भी चिल्लाते थे वह एक गीत बन जाता था पर उसे कोई सुनता नहीं था। तुम्हारे कदम जहां भी ले जाते थे एक पथ बन जाता था पर कोई […]
एक समय की बात है मेरे मित्रों ये आकाश कोई सीमा नहीं जानता था और ये पृथ्वी कोई परिधि। तुम जो भी चिल्लाते थे वह एक गीत बन जाता था पर उसे कोई सुनता नहीं था। तुम्हारे कदम जहां भी ले जाते थे एक पथ बन जाता था पर कोई […]
दूर मत जाओ, एक दिन के लिए भी नहीं, क्योंकि क्योंकि मैं नहीं जानता कैसे कहूँ, एक दिन बहुत लंबा है और मैं तुम्हारा इंतज़ार करता रहूँगा जैसे एक खाली स्टेशन, जहाँ रेलगाड़ियां कहीं दूर सो रही हैं ! मुझे मत छोड़ो, एक घंटे के लिए भी, क्योंकि चिंता की […]
खलील जिब्रान की कविता A Tear and A Smile का हिंदी भावानुवाद : अनुपमा सरकार के द्वारा नहीं करूंगा आदान-प्रदान अपने हृदय के दुखों का सामूहिक सुखों से नहीं परिवर्तित होने दूंगा अपने प्रत्यंग से बहती उदासी से उपजे आंसुओं को अट्टाहस में मैं चाहता हूँ मेरे जीवन में शेष […]
जब प्यार पुकारे, चल दो उसके पीछे चाहे राहें दुर्गम हों, टेढ़ी मेढ़ी सी जब वो पंखों में समेटे, सौंप दो उसे खुद को चाहे उसके नुकीले डैने, भेद दें तुम्हें जब वो बात करे, विश्वास करो उस पे चाहे उसकी आवाज़, ख्वाब तोड़ दे ठीक वैसे ही जैसे उत्तर […]
1. मैं आश्वस्त हूँ कि हम, किसी तरह अपने अंदर तारों को समेटे हुए हैं हालाँकि ये मूर्खता है, नितांत पागलपन पर सोचो इसका सौंदर्य ? हम चमक उठते हैं हर उस पल जब हम प्रेम को महसूस करते हैं और हम क्षीण हो जाते हैं हर उस पल जब […]
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