Recital

फूलों का पुल

फूलों का पुल

अमलतास के पीलों से जकरंदे के नीलों तक एक पुल बनाना चाहती हूँ गुलमोहर के आगों से सेमल के लालों का रिश्ता साधना चाहती हूँ। गूंथना चाहती हूँ इनकी चोटियां देखना चाहती हूँ इनकी यारियां। सोचो न, यूं ही किसी रोज़ सेमल के फूलों को गुलमोहर के पत्तों का साथ […]

by June 24, 2014 Hindi Poetry, Recital