Fursat ke Pal

अनुभव

हर बिंदु एक सम्पूर्ण वर्तुल है… कहती रही, मानती रही.. पर फिर भी ये केवल आकार नहीं वरन प्रकार में भी एक परिपथ हो सकता है, जिसमें धारा प्रवाह विद्युत बहती है, ऐसा कभी सोचा नहीं… जीवन पथ पर ठहरकर, किसी बिंदु पर ध्यान केंद्रित करें, तो अनायास ही कई भ्रम, कई विषमताएँ, दाएं बाएं, डोलती दिख जातीं हैं.. आप स्वयं को एक पेंडुलम की तरह निश्चित दिशा और परिधि में घूमते हुए पाते हैं.. वही दुख, वही सुख, वही भ्रम, वही असमंजस.. कुछ भी, कहीं भी नया नहीं.. धीरे धीरे हम इस गति और दशा के इतने आदी हो जाते हैं कि भूल ही जाते हैं.. कि ये पेंडुलम केवल मन के बंधन में है.. अन्यथा इसकी उड़ान तो असीमित, उन्मुक्त है.. ज़रा सा अपनी परिधि से बाहर आते ही नए अनुभव आपका बाहें फैलाये स्वागत करते हैं.. नहीं, ज़रूरी नहीं, कि सब नये अनुभव अच्छे ही हों.. अब हर जगह, फ्रीक्वेंसी न तो मैच होती है और न ही, अगर आप में, थोड़ी सी भी गरिमा शेष हो, तो हो ही सकती है.. पर फिर भी, 24 घण्टे के अंदर ही, कुछ ऐसे अनुभव हुए.. कि मालूम चल गया, शॉर्ट सर्कट होना और तारों का अनायास सप्रेम जुड़ जाना.. दोनों ही जीवन के अभिन्न अंग हैं.. हर बिंदु, एक सम्पूर्ण वर्तुल, एक परफ़ेक्ट इलेक्ट्रिक सर्किट है.. पॉज़िटिव नेगेटिव, चुटकियों में पहचान जाता है 😊
Anupama
#fursatkepal

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